40 C
Gujarat
शुक्रवार, मई 23, 2025

पार्वती पंचकम

Post Date:

Parvati Panchakam In Hindi

पार्वती पंचकम(Parvati Panchakam) हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है, और यह विशेष रूप से उन भक्तों के लिए होता है जो देवी पार्वती की उपासना करते हैं। पार्वती पंचकम के बारे में विस्तृत जानकारी निम्नलिखित है:

पार्वती पंचकम का अर्थ

पार्वती पंचकम का शाब्दिक अर्थ है “पार्वती के पांच मंत्र”। यह पांच विशेष मंत्रों का एक समूह है, जो देवी पार्वती की पूजा और आराधना के लिए प्रयोग किए जाते हैं। इन मंत्रों का जाप करने से भक्तों को देवी पार्वती की कृपा प्राप्त होती है और उनके जीवन से संकट दूर होते हैं। पार्वती पंचकम का उद्देश्य भक्त को मानसिक शांति, सुख, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करना है।

पार्वती पंचकम के मंत्र

विनोदमोदमोदिता दयोदयोज्ज्वलान्तरा
निशुम्भशुम्भदम्भदारणे सुदारुणाऽरुणा।
अखण्डगण्डदण्डमुण्ड- मण्डलीविमण्डिता
प्रचण्डचण्डरश्मिरश्मि- राशिशोभिता शिवा।
अमन्दनन्दिनन्दिनी धराधरेन्द्रनन्दिनी
प्रतीर्णशीर्णतारिणी सदार्यकार्यकारिणी।
तदन्धकान्तकान्तक- प्रियेशकान्तकान्तका
मुरारिकामचारिकाम- मारिधारिणी शिवा।
अशेषवेषशून्यदेश- भर्तृकेशशोभिता
गणेशदेवतेशशेष- निर्निमेषवीक्षिता।
जितस्वशिञ्जिताऽलि- कुञ्जपुञ्जमञ्जुगुञ्जिता
समस्तमस्तकस्थिता निरस्तकामकस्तवा।
ससम्भ्रमं भ्रमं भ्रमं भ्रमन्ति मूढमानवा
मुधाऽबुधाः सुधां विहाय धावमानमानसाः।
अधीनदीनहीनवारि- हीनमीनजीवना
ददातु शंप्रदाऽनिशं वशंवदार्थमाशिषम्।
विलोललोचनाञ्चि- तोचितैश्चिता सदा गुणै-
रपास्यदास्यमेवमास्य- हास्यलास्यकारिणी।
निराश्रयाऽऽश्रयाश्रयेश्वरी सदा वरीयसी
करोतु शं शिवाऽनिशं हि शङ्कराङ्कशोभिनी।

पार्वती पंचकम का महत्व

  1. आध्यात्मिक उन्नति: पार्वती पंचकम का जाप भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन करता है और उनके जीवन में शांति और सुख लाता है।
  2. कष्टों से मुक्ति: जिन लोगों के जीवन में दुख और संकट होते हैं, उनके लिए यह पंचकम बेहद लाभकारी माना जाता है। इससे मानसिक तनाव कम होता है और मानसिक शांति मिलती है।
  3. भक्तों के कष्टों का निवारण: पार्वती पंचकम के माध्यम से देवी पार्वती की कृपा प्राप्त होती है, जिससे भक्तों के समस्त कष्टों का निवारण होता है।

पार्वती पंचकम का पाठ

पार्वती पंचकम का पाठ विशेष रूप से मंगलवार और शुक्रवार के दिन करने का महत्व है। इसे ध्यानपूर्वक और पूरी श्रद्धा के साथ करना चाहिए। पार्वती पंचकम का जाप पूरे परिवार के साथ किया जा सकता है और इसके प्रभाव से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

रश्मिरथी – षष्ठ सर्ग – भाग 13 | Rashmirathi Sixth Sarg Bhaag 13

रश्मिरथी - षष्ठ सर्ग - भाग 13 | Rashmirathi...

रश्मिरथी – षष्ठ सर्ग – भाग 12 | Rashmirathi Sixth Sarg Bhaag 12

रश्मिरथी - षष्ठ सर्ग - भाग 12 | Rashmirathi...

रश्मिरथी – षष्ठ सर्ग – भाग 11 | Rashmirathi Sixth Sarg Bhaag 11

रश्मिरथी - षष्ठ सर्ग - भाग 11 | Rashmirathi...

रश्मिरथी – षष्ठ सर्ग – भाग 9 | Rashmirathi Sixth Sarg Bhaag 9

रश्मिरथी - षष्ठ सर्ग - भाग 9 | Rashmirathi...
error: Content is protected !!