27.2 C
Gujarat
गुरूवार, सितम्बर 25, 2025

श्री जुगलकिशोर जी की आरती 

Post Date:

आरती जुगलकिशोर की कीजै।
तन मन धन न्यौछावर कीजै।

रवि शशि कोटि बदन की शोभा।
ताहि निरखि मेरी मन लोभा।

गौर श्याम मुख निखरत रीझै।
प्रभु को स्वरूप नयन भरि पीजै।

कंचन थार कपूर की बाती।
हरि आए निर्मल भई छाती।

फूलन की सेज फूलन की माला।
रतन सिंहासन बैठे नन्दलाला।

मोर मुकुट कर मुरली सोहे।
नटवर वेष देखि मन मोहे।

ओढ़यो नील-पीत पटसारी,
कुंज बिहारी गिरवरधारी।

आरती करत सकल ब्रजनारी।
नन्दनन्दन वृषभानु किशोरी।

परमानन्द स्वामी अविचल जोड़ी।
आरती जुगल किशोर की कीजै।


श्री जुगलकिशोर जी मंदिर से जुडी सभी बाते जाने ने की लिए यहाँ जाए Click Here

452432691 891229043045001 5184912955823463100 n

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

હો દેવી અન્નપૂર્ણા | Ho Devi Annapurna

હો દેવી અન્નપૂર્ણા | Ho Devi Annapurnaમાં શંખલ તે...

ऋग्वेद हिंदी में

ऋग्वेद हिंदी में | Rigveda in Hindiऋग्वेद (Rigveda in...

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र – श्री विष्णु (Gajendra Moksham Stotram)

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र - Gajendra Moksham Stotramश्रीमद्धागवतान्तर्गत गजेन्द्रकृत भगवानका...

श्री शनि चालीसा

Shani Chalisaशनि चालीसा हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय प्रार्थना...
error: Content is protected !!