23 C
Gujarat
शनिवार, मार्च 8, 2025

शीतला माता की आरती

Post Date:

शीतला माता की आरती Shitla Mata Ki Aarti

 

जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता, आदि ज्योति महारानी सब फल की दाता ॥ जय”

रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भाता, ऋद्धि सिद्धि मिल चैवर डोलावें, जगमग छवि छाता ॥ जय”

विष्णु सेवत ठाढ़े, सेवें शिव धाता, वेद पुराण वरणत, पार नहीं पाता ॥ जय”

इन्द्र मृदंग बजावत चन्द्र वीणा हाथा, सूरज ताल बजावै नारद मुनि गाता ॥ जय”

घंटा शंख शहनाई बाजै मन भाता, करै भक्त जन आरती लखि लखि हर्षाता ॥ जय”

ब्रह्म रूप वरदानी तुही तीन काल ज्ञाता, भक्तन को सुख देती मातु पिता भ्राता ॥ जय”

जो जन ध्यान लगावे प्रेम शक्ति पाता, सकल मनोरथ पावे भवनिधि तर जाता ॥ जय”

रोगों से जो पीड़ित कोई शरण तेरी आता, कोढ़ी पावे निर्मल काया अन्ध नेत्र पाता ॥ जय”

बांझ पुत्र को पावे दारिद्र कट जाता,ताको भजै जो नाहीं सिर धुनि पछताता ॥ जय”

शीतल करती जन की तू ही है जग त्राता, उत्पत्ति बाला बिनाशन तू सब की माता ॥ जय”

दास नारायण कर जोरी माता, भक्ति आपनी दीजें और न कुछ माता ॥ जय”

 





कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

संकटमोचन हनुमानाष्टक

Sankatmochan Hanuman Ashtak In Hindiसंकटमोचन हनुमानाष्टक(Sankatmochan Hanuman Ashtak) भगवान...

ब्राह्मण और बिच्छूकी कथा

ब्राह्मण और बिच्छूकी कथा - Brahman Aur Bichchho ki...

सकल जग हरिको रूप निहार

Sakal Jag Hariko Roop Niharसकल जग हरिको रूप निहार...

आज मेरे श्याम की शादी है

Aaj Mere Shyam Kee Shade Hai आज मेरे श्याम की...