28.6 C
Gujarat
बुधवार, जनवरी 22, 2025

श्री धन्वंतरि जी की आरती

Post Date:

श्री धन्वंतरि जी की आरती Dhanvantari Aarti

जय धन्वंतरि देवा, जय धन्वंतरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।जय धन्वं.।।

तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए।
देवासुर के संकट आकर दूर किए।।जय धन्वं.।।

आयुर्वेद बनाया, जग में फैलाया।
सदा स्वस्थ रहने का, साधन बतलाया।।जय धन्वं.।।

भुजा चार अति सुंदर, शंख सुधा धारी।
आयुर्वेद वनस्पति से शोभा भारी।।जय धन्वं.।

तुम को जो नित ध्यावे, रोग नहीं आवे।
असाध्य रोग भी उसका, निश्चय मिट जावे।।जय धन्वं.।।

हाथ जोड़कर प्रभुजी, दास खड़ा तेरा।
वैद्य-समाज तुम्हारे चरणों का घेरा।।जय धन्वं.।।
धन्वंतरिजी की आरती जो कोई नर गावे।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

Chandrasekhara Ashtakam चन्द्रशेखराष्टकम्

चन्द्रशेखर अष्टकम(Chandrasekhara Ashtakam) आठ छंदों की एक बहुत शक्तिशाली...

Suryashtakam सूर्याष्टकम

श्री सूर्याष्टकम(Suryashtakam) एक प्राचीन स्तोत्र है, जो भगवान सूर्य...

Mahalakshmi Ashtakam महालक्ष्म्यष्टक

महालक्ष्म्यष्टक स्तोत्र(Mahalakshmi Ashtakam) एक प्रसिद्ध और प्रभावशाली स्तोत्र है,...

Jagannatha Ashtakam जगन्नाथाष्टकम्

जगन्नाथाष्टकम्(Jagannatha Ashtakam) आदि शंकराचार्य द्वारा रचित एक अत्यंत प्रसिद्ध स्तोत्र...
error: Content is protected !!