27.6 C
Gujarat
बुधवार, फ़रवरी 5, 2025

अगस्त्यकृतम् शिवस्तोत्रम्

Post Date:

अगस्त्यकृतम् शिवस्तोत्रम् Agasthyakritam Shivastotram

अद्य मे सफलं जन्म चाद्य मे सफलं तपः ।
अद्य मे सफलं ज्ञानं शंभो त्वत्पाददर्शनात् ॥१॥

कृतार्थोऽहं कृतार्थोऽहं कृतार्थोऽहं महेश्वर ।
अद्य ते पादपद्मस्य दर्शनात् भक्तवत्सल ॥२॥

शिवः शंभुः शिवः शंभुः शिवः शंभुः शिवः शिवः ।
इति व्याहरतो नित्यं दिनान्यायान्तु यान्तु मे ॥३॥

शिवे भक्तिः शिवे भक्तिः शिवे भक्तिर्भिवे भवे ।
सदा भूयात् सदा भूयात् सदा भूयात् सुनिश्चला ॥४॥

वयं धन्या वयं धन्या वयं धन्या जगत्त्रये ।
आदिदेवो महादेवो यदस्मत् कुलदैवतम् ॥५॥

हर शंभो महादेव विश्वेशामरवत्सल ।
शिवशंकर सर्वात्मन् नीलकण्ठ नमोऽस्तु ते ॥६॥

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

कूर्म पुराण

Kurma Puran in Hindiकूर्म पुराण हिंदू धर्म के अठारह...

श्री गणेश (गणपति) सूक्तम् (ऋग्वेद)

Sri Ganesha Suktam In Hindiगणपति सूक्तम्(Sri Ganesha Suktam) ऋग्वेद...

श्रद्धा सूक्तम्

Shraddha Suktam In Hindiश्रद्धा सूक्तम्(Shraddha Suktam) एक प्राचीन वैदिक स्तोत्र...

आयुष्य सूक्तम्

Ayushya Suktam In Hindiआयुष्य सूक्तम्(Ayushya Suktam) एक प्राचीन वैदिक स्तोत्र...