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मंगलवार, मई 13, 2025

मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे राम आएँगे

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Meri Jhopdi Ke Bhag Aaj Khul Jayenge Ram Aaege Lyrics

मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे, राम आएँगे” एक लोकप्रिय हिंदी भक्ति भजन है जो भगवान श्री राम के प्रति गहरी श्रद्धा और भक्ति को व्यक्त करता है। यह भजन मुख्य रूप से भक्तों के बीच आस्था, उम्मीद और प्रभु के आगमन की प्रतीक्षा का प्रतीक है। इसे खास तौर पर हाल के वर्षों में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के संदर्भ में बहुत लोकप्रियता मिली है। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं

भजन का मूल और रचनाकार

इस भजन के मूल रचनाकार श्याम सुंदर शर्मा (पालम वाले) माने जाते हैं, जो हरियाणा के भिवानी में 19 मार्च 1948 को जन्मे थे। वे एक सरकारी कर्मचारी थे और खाटू श्याम जी के अनन्य भक्त थे। मूल रूप से यह भजन भगवान श्याम (कृष्ण) की भक्ति के लिए लिखा गया था, जिसमें बोल थे: “मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे।” बाद में, गायिका स्वाति मिश्रा ने इसमें बदलाव कर “श्याम” की जगह “राम” शब्द का प्रयोग किया, जिसके बाद यह राम भक्ति के रूप में वायरल हो गया। स्वाति मिश्रा बिहार के छपरा की रहने वाली हैं और उन्होंने मुंबई में रहकर संगीत की शिक्षा ली। उनके गाए इस संस्करण ने सोशल मीडिया पर खूब धूम मचाई।

मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे राम आएँगे

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे,
राम आएँगे, राम आएँगे आएँगे, राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे ॥

राम आएँगे तो, आंगना सजाऊँगी, दिप जलाके,
दिवाली मनाऊँगी, मेरे जन्मो के सारे, पाप मिट जाएंगे,
राम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे ॥

राम झूलेंगे तो, पालना झुलाऊँगी, मीठे मीठे मैं,
भजन सुनाऊँगी, मेरी जिंदगी के, सारे दुःख मिट जाएँगे,
राम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे ॥

मैं तो रूचि रूचि, भोग लगाऊँगी, माखन मिश्री मैं,
राम को खिलाऊंगी, प्यारी प्यारी राधे, प्यारे श्याम संग आएँगे,
श्याम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे ॥

मेरा जनम सफल, हो जाएगा, तन झूमेगा और,
मन गीत गाएगा, राम सुन्दर मेरी, किस्मत चमकाएंगे, राम आएँगे,
मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे ॥

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे, राम आएँगे,
राम आएँगे आएँगे, राम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे, राम आएँगे ॥

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मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे श्याम आएँगे

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे,
श्याम आएँगे आएँगे, श्याम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे ॥

श्याम झूलेंगे तो, पालना झुलाऊँगी, मीठे मीठे मैं,
भजन सुनाऊँगी, मेरी जिंदगी के, सारे दुःख मिट जाएँगे,
श्याम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे ॥

श्याम आएँगे तो, आंगना सजाऊँगी, दिप जलाके,
दिवाली मनाऊँगी, मेरे जन्मो के सारे, पाप मिट जाएंगे,
श्याम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे ॥

मैं तो रूचि रूचि, भोग लगाऊँगी, माखन मिश्री मैं,
श्याम को खिलाऊंगी, प्यारी प्यारी राधे, प्यारे श्याम संग आएँगे,
श्याम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग, आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे ॥

मेरा जनम सफल, हो जाएगा, तन झूमेगा और,
मन गीत गाएगा, श्याम सुन्दर मेरी, किस्मत चमकाएंगे,
श्याम आएँगे, मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे ॥

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे,
श्याम आएँगे आएँगे, श्याम आएँगे, मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे, श्याम आएँगे ॥

भजन का अर्थ और संदेश

इस भजन का केंद्रीय भाव यह है कि भगवान राम के आगमन से भक्त का जीवन धन्य हो जाएगा। “झोपड़ी के भाग खुल जाएंगे” का अर्थ है कि प्रभु के दर्शन और कृपा से जीवन की सारी कठिनाइयाँ, दुख और पाप दूर हो जाएंगे, और सुख-समृद्धि आएगी। भक्त अपनी श्रद्धा से प्रभु का स्वागत करने के लिए आंगन सजाने, दीप जलाने और भोग लगाने की बात कहता है। यह भजन आध्यात्मिक उत्साह और विश्वास को जगाता है कि भगवान अपने भक्तों के पास अवश्य आएंगे।

लोकप्रियता और प्रभाव

  • सोशल मीडिया पर वायरल: स्वाति मिश्रा के गाए इस भजन को यूट्यूब पर करोड़ों बार देखा जा चुका है। खासकर 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले यह भजन हर तरफ गूंजने लगा।
  • प्रधानमंत्री की प्रशंसा: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस भजन की तारीफ की और इसे अपने सोशल मीडिया पर साझा किया, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ी।
  • सांस्कृतिक महत्व: यह भजन राम मंदिर आंदोलन और उसके सफल समापन का प्रतीक बन गया है। यह भक्तों के बीच एकता और उत्सव का भाव पैदा करता है।

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