30.5 C
Gujarat
बुधवार, नवम्बर 5, 2025

कर मन हरिको ध्यान राम गुन गाइये Kar Man Hariko Dhyaan Raam Gun Gaiye 

Post Date:

कर मन हरिको ध्यान राम गुन गाइये

Kar Man Hariko Dhyaan Raam Gun Gaiye

कर मन हरिको ध्यान, राम-गुन गाइये ।

प्रेम-मगन सब देह सुरति बिसराइये ॥

हरि-संकीर्तन करत अश्रुधारा बहै ।

गदगद होवे कंठ, परम सुख सो लहै ।।

पुलकित तनु हरि-प्रेम हृदय जो नाचहीं ।

सुर-मुनि ताकी अनुपम गति नित जाचहीं ॥

नाम लेत मुख हँसत, कबहुँ कर रुदनहीं ।

ताको हिय नित करहिं दयामय सदनहीं ।।

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

धन्वन्तरिस्तोत्रम् | Dhanvantari Stotram

धन्वन्तरिस्तोत्रम् | Dhanvantari Stotramॐ नमो भगवते धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय,सर्वामयविनाशनाय, त्रैलोक्यनाथाय...

दृग तुम चपलता तजि देहु – Drg Tum Chapalata Taji Dehu

दृग तुम चपलता तजि देहु - राग हंसधुन -...

हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे – He Hari Brajabaasin Muhin Keeje

 हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे - राग सारंग -...

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर – Naath Muhan Keejai Brajakee Mor

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर - राग पूरिया कल्याण...
error: Content is protected !!