30.4 C
Gujarat
सोमवार, मार्च 24, 2025

राम नाम मेरे मन बसियो

Post Date:

राम नाम मेरे मन बसियो – Ram Nam Mere Man Basiyo ( राग खंभावती – ताल तिताला )

राम नाम मेरे मन बसियो, रसियो राम रिझाऊँ ए माय ।
मैं मँद-भागण करम अभागण, कीरत कैसे गाऊँ ए माय ॥१॥

विरह-पिंजरकी बाद सखी री, उठकर जी हुलसाऊँ ए माय ।
मनकू मार सज् सतगुरयूँ, दुरमत दूर गमाऊँ ए माय ॥२॥

डंको नाम सुरतकी डोरी, कड़ियाँ प्रेम चढ़ाऊँ ए माय ।
प्रेमको ढोल बण्यो अति भारी, मगन होय गुण गाऊँ ए माय ॥३॥

तन करूँ ताल मन करूँ ढफली, सोती सुरति जगाऊँ ए माय ।
निरत करूँ मैं प्रीतम आगे, तो प्रीतम पद पाऊँ ए माय ॥४॥

मो अबळापर किरपा कीज्यो, गुण गोविंदका गाऊँ ए माय ।
मीराके प्रभु गिरवर नागर, रज चरणनकी पाऊँ ए माय ॥५॥

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

मार्कण्डेयपुराण

Markandey Puranमार्कण्डेय पुराण(Markandey Puran) हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों...

Shodasha Bahu Narasimha Ashtakam In Hindi and Sanskrit

Shodasha Bahu Narasimha Ashtakam (श्री षोडश बाहु नृसिंह अष्टकम)श्री...

श्री गङ्गाष्टकम्

Ganga Ashtakam In Hindiश्री गङ्गाष्टकम् एक प्रसिद्ध संस्कृत स्तोत्र...

गोविन्दाष्टकम

https://youtu.be/YEiOXNodAEQ?si=Wn_JC_oWNZ3v7TvEगोविन्दाष्टकमश्री गोविन्दाष्टकम(Govindashtakam) एक प्रसिद्ध वैष्णव स्तोत्र है, जिसमें भगवान...