21.2 C
Gujarat
बुधवार, दिसम्बर 3, 2025

भूल जगके विषयनकों जप मन हरिको नाम Bhool Jagake Vishayanakon Jap Man Hariko Naam

Post Date:

भूल जगके विषयनकों जप मन हरिको नाम

Bhool Jagake Vishayanakon Jap Man Hariko Naam

भूल जगके विषयनकों, जप मन हरिको नाम ॥

दीनबंधु हरि करुनासागर, पतितनके विश्राम ।

आपद-अंधकारमहँ श्रीहर्हार पूरनचंद्र ललाम ||

पाप-ताप सब मिटैं नामतें, नास होहिं सब काम ।

जमके दूत भयातुर भार्गे, सुनत नाम सुखधाम ।।

भाग्यवान जे जपत निरंतर नाम, सदा निष्काम ।

निरख सुखी सत्वर हों मूरति हरिकी जग-अभिराम ।।

भाग्यहीन जिन्हके मन-मुखमहँ बसत न हरिको नाम ।

नरकरूप जग जीवन तिन्हको भूमिभार अध-धाम ॥

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम् एक अत्यंत पवित्र...

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम् (Lakshmi Sharanagati Stotram) एक...

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रं

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रंलक्ष्मीभर्तुर्भुजाग्रे कृतवसति सितं यस्य रूपं...

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्द्वादशज्योतिर्लिंगस्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जिसमें भगवान...
error: Content is protected !!