28.6 C
Gujarat
मंगलवार, दिसम्बर 2, 2025

ऊधो मधुपुर का बासी म्हारो बिछड़ यो स्याम मिलाय | Udho Madhupuraka Baasee Mhaaro Bichhad Yo Syaam Milaay

Post Date:

ऊधो मधुपुर का बासी म्हारो बिछड़ यो स्याम मिलाय

Oodho Madhupuraka Baasee Mhaaro Bichhad Yo Syaam Milaay

( मारवाड़ी बोली )

ऊधो मधुपुरका बासी । म्हारो बिछड़ यो स्याम मिलाय, बिरहकी काट कठण फाँसी ॥

स्याम बिन चैन नहीं आवे । म्हारो जबसे बिछड़यो स्याम, हीवड़ो उझल्यो ही आवे ॥

छाय रही व्याकुलता भारी । म्हारै स्याम-बिरहमैं आज, नैनसै रह्यो नीर जारी ॥

स्याम बिन ब्रज सूनो लागे । सूनी कुंज, तीर जमुनाको, सत्र सूनो लागे ॥

गोठ-बन स्याम बिना सूनो । म्हारै एक-एक पुळ जुग सम बीतै, बिरह बढै दूनो ॥

ऊधो ! अरज सुणो म्हारी । थारो गुण नहिं भूलाँ कदे, मिलाद्यो मोहन बनवारी ॥

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम् एक अत्यंत पवित्र...

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम् (Lakshmi Sharanagati Stotram) एक...

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रं

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रंलक्ष्मीभर्तुर्भुजाग्रे कृतवसति सितं यस्य रूपं...

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्द्वादशज्योतिर्लिंगस्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जिसमें भगवान...
error: Content is protected !!