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चरणशृङ्गरहित नटराजस्तोत्रम् – श्री पतंजलिकृतम्
चरणशृङ्गरहित नटराजस्तोत्रम् Natraja Stotram Patanjali Krutसदञ्चितमुदञ्चित निकुञ्चितपदम् झलझलच्चलितमञ्जुकटकम्पतञ्जलिदृगञ्जनमनञ्जनमचञ्चलपदम् जननभञ्जनकरम् ।कदम्बरुचिमम्बरवसम् परममम्बुदकदम्बकविडम्बकगलम्चिदम्बुधिमणिम् बुधहृदम्बुजरविम् परचिदम्बरनटम् हृदि भज ॥१॥हरम् त्रिपुरभञ्जनमनन्तकृतकङ्कणमखण्डदयमन्तरहितम्विरिञ्चिसुरसम्हतिपुरन्दरविचिन्तितपदम् तरुणचन्द्रमकुटम् ।परम्पदविखण्डितयमम् भसितमण्डिततनुम् मदनवञ्चनपरम्चिरन्तनममुम् प्रणवसञ्चितनिधिम् परचिदम्बरनटम् हृदि भज...
कल्किकृत शिवस्तोत्रम्
कल्किकृत शिवस्तोत्रम्: एक अद्वितीय स्तुतिपरिचय: Information of KalikiKrut Shivstotramधर्म और संस्कृति की अनंत धारा में प्रवाहित होते हुए, हिंदू धर्म में शिव उपासना का...
दारिद्र्य दहन शिवस्तोत्रं (वसिष्ठविरचितम्)
दारिद्र्यदहनशिवस्तोत्रम् (वसिष्ठविरचितम्) शिव भगवान के प्रति गहरी भक्ति और श्रद्धा को व्यक्त करने वाला एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है। इसे विशेष रूप से वसिष्ठ ऋषि...
अगस्त्यकृतम् शिवस्तोत्रम्
अगस्त्यकृतम् शिवस्तोत्रम् Agasthyakritam Shivastotramअद्य मे सफलं जन्म चाद्य मे सफलं तपः ।अद्य मे सफलं ज्ञानं शंभो त्वत्पाददर्शनात् ॥१॥कृतार्थोऽहं कृतार्थोऽहं कृतार्थोऽहं महेश्वर ।अद्य ते पादपद्मस्य...
रुद्राभिषेकस्तोत्रम्
रुद्राभिषेकस्तोत्रम् Rudrabhisheka Stotraरुद्राभिषेकस्तोत्रम् महाभारत का एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है, जो भगवान शिव की स्तुति करता है और विशेष रूप से उनके रुद्र रूप की...