20.9 C
Gujarat
गुरूवार, दिसम्बर 25, 2025

राम भजो राम भजो माई Ram Bhajo Ram Bhajo Mai

Post Date:

राम राम राम भजो राम भजो माई

Ram Ram Ram Bhajo Ram Bhajo Mai

( Ram Bhajo Ram Bhajo Mai )

राम राम राम भजो, राम भजो, माई ।

राम भजन-हीन जनम सदा दुःखदाई ॥

अति दुरलभ मनुजदेह सहजहीमें पाई ।

मूरख रह्यो राम भूल विषयन मन लाई ।।

बालकपन दुख अनेक भोगत ही बिताई ।

स्त्री-सुत-धनकी अपार चिंता तरुनाई ।।

रात-दिवस पसुकी ज्यों इत उत रहयो धाई।

तृसनाकी बेलि बढ़ी पाप-बारि पाई ।।

बात-पित्त-कफहु बढ्यो, दुखद जरा आई ।

इंद्रिनकी शक्ति घटी, सिर धुनि पछिताई ।।

इतनेहिमें कठिन काल घेरि लियो आई ।

मृत्यु निकट देखि-देखि अति ही भय पाई ।।

सोच करत मन-ही-मन अतिसै पछिताई ।

हाय मैं न भज्यो राम, कहा करयो माई ! |

मृत्यु प्रान हरन करत कुटुबर्ते छुड़ाई ।

महादुःख रह्यो छ।य, विफल सब उपाई ।।

पापनके फलस्वरूप बुरी जोनि पाई ।

दुःख-भोग करत पुनि नरकनमहँ जाई ।।

बार-बार जनम-मृत्यु, व्याधि अरु बुढ़ाई ।

झेलत अति कठिन कष्ट, शांति नाँहिं पाई ।।

यहि बिधि भवदुख अपार बरने नहिं जाई ।

भव-भेषज राम-नाम, सुति-पुरान गाई ||

राम नाम जपत त्रिविध ताप जग नसाई ।

राम-नाम मंगलकरन सब विधि सुखदाई ।।

प्रेममगन मनतें, सकल कामना बिहाई ।

जोइ जपत राम-नाम सोइ मुर्कात पाई ।।

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

गोकुल अष्टकं

गोकुल अष्टकं - Shri Gokul Ashtakamश्रीमद्गोकुलसर्वस्वं श्रीमद्गोकुलमंडनम् ।श्रीमद्गोकुलदृक्तारा श्रीमद्गोकुलजीवनम्...

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम् एक अत्यंत पवित्र...

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम् (Lakshmi Sharanagati Stotram) एक...

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रं

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रंलक्ष्मीभर्तुर्भुजाग्रे कृतवसति सितं यस्य रूपं...
error: Content is protected !!