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वेदसार शिव स्तोत्रम्
वेदसार शिव स्तोत्रम् Vedsar Shiv Stotramपशूनांपतिं पापनाशं परेशंगजेन्द्रस्यकृत्तिं वसानं वरेण्यम् ।जटाजूटमध्ये स्फुरद्गाङ्गवारिंमहादेवमेकं स्मरामि स्मरारिम् ॥१॥महेशं सुरेशं सुरारातिनाशंविभुं विश्वनाथं विभूत्यङ्गभूषम् ।विरूपाक्षमिन्द्वर्कवह्नित्रिनेत्रंसदानन्दमीडे प्रभुं पञ्चवक्त्रम् ॥२॥गिरीशं गणेशं...
दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्रम्
दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्रम् Daridraya Dahana Shiv Stotramवसिष्ठविरचितम्विश्वेश्वराय नरकार्णवतारणायकर्णामृताय शशिशेखरधारणाय ।कर्पूरकान्तिधवलाय जटाधरायदारिद्र्यदुःखदहनाय नमः शिवाय ॥१॥अर्थ – समस्त चराचर जगत के स्वामी श्री विश्वेश्वर, नर्करूपी...
शिव जय जयकार ध्यान स्तोत्रम्
शिव जय जयकार ध्यान स्तोत्रम् Shiva Jaya Jayakara Dhyana Stotrahttps://youtu.be/LxwgxQdRhEw?si=LmRPmKPxafIW_-VKस्फटिकप्रतिभटकान्त विरचितकलिमलशान्त ।शिव शंकर शिव शंकर जय कैलासपते ॥१॥गंगाधरपिंगलजट हृतशरणागतसङ्कट ।शिव शंकर शिव शंकर जय...
नटराजस्तोत्रं
नटराजस्तोत्रं(Nataraja Stotram) भगवान शिव के नटराज रूप की स्तुति में रचित एक प्रसिद्ध स्तोत्र है। नटराज शिव का वह रूप है, जिसमें वे तांडव...
किरातमूर्तिस्तोत्रम्
किरातमूर्तिस्तोत्रम् भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध स्तोत्र है, जिसमें उन्हें "किरात" रूप में पूजा जाता है। 'किरात' शब्द का अर्थ है पर्वतीय या...
श्री शिवरामाष्टक स्तोत्रम्
श्री शिवरामाष्टक स्तोत्रम् (श्रीरामानन्दस्वामि विरचितम्) भगवान शिव की स्तुति के लिए रचित एक अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली स्तोत्र है। इसका रचयिता महान संत और...
शिवजयजयकार ध्यान स्तोत्रम्
शिवजयजयकार ध्यान स्तोत्रम्: एक विस्तृत परिचय Shiva Jaya Jayakara Dhyana Stotram शिवजयजयकार ध्यान स्तोत्रम् एक ऐसा पवित्र मंत्र है जिसे भगवान शिव की महिमा और...
नटेश पञ्चरत्न स्तोत्र
टेश पञ्चरत्न स्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जो भगवान शिव के नटराज रूप को समर्पित है। नटराज, शिव के उस रूप को कहते हैं...
शिवापराधक्षमापणस्तोत्रम्
शिवापराधक्षमापणस्तोत्रम् Shiva Aparadha Kshamapana Stotramशिवापराधक्षमापणस्तोत्र भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध स्तोत्र है, जिसे उनके भक्तों द्वारा अपने अपराधों और गलतियों के लिए क्षमा...
वेदसारशिवस्तोत्रम् – श्री शंकराचार्यकृतम्
वेदसारशिवस्तोत्रम् Vedasarashiva Stotramश्री शंकराचार्यकृत वेदसारशिवस्तोत्रम् एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्तोत्र है, जो आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। इस स्तोत्र का उद्देश्य शिव की महिमा का...
द्वादशज्योतिर्लिंङ्गस्तोत्रम्
द्वादशज्योतिर्लिंङ्गस्तोत्रम् Dwadash Jyotirlinga Stotramद्वादशज्योतिर्लिंगस्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जिसमें भगवान शिव के द्वादश प्रमुख ज्योतिर्लिंगों की महिमा का वर्णन किया गया है। यह...
कल्किकृतं शिव स्तोत्रम्
कल्किकृतं शिव स्तोत्रम् एक प्रसिद्ध स्तोत्र है, जो भगवान शिव की स्तुति में रचा गया है। इसे कल्कि अवतार द्वारा रचित माना जाता है,...
उपमन्युकृत शिवस्तोत्रम्
उपमन्युकृत शिवस्तोत्रम् एक प्राचीन स्तोत्र है, जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र विशेष रूप से ऋषि उपमन्यु द्वारा रचित...
शिवभुजंगप्रयातस्तोत्रम्
शिवभुजंगप्रयातस्तोत्रम् Shiv Bhujang Prayat Stotram With Lyricsशिवभुजंगप्रयातस्तोत्रम् एक प्रसिद्ध स्तोत्र है, जिसे भगवान शिव की उपासना के लिए लिखा गया है। यह स्तोत्र भगवान...
Nataraja Stotram Lyrics नटराज स्तोत्रम्
नटराज स्तोत्रम् Nataraja Stotram Lyricsअथ-चरणशृङ्गरहित-नटराजस्तोत्रम्सदञ्चित मुदञ्चित निकुञ्चित पदं झलझलञ्चलित मञ्जु कटकम्पतञ्जलि दृगञ्जन मनञ्जन मचञ्चलपदं जनन भञ्जन करम् ।कदम्बरुचिमम्बरवसं परमम्बुद कदम्ब कविडम्बक कगलम्चिदम्बुधि मणिं बुध...
उमा महेश्वर स्तोत्रम्
उमा महेश्वर स्तोत्रम् Uma Maheshwar Stotramश्री शंकराचार्यकृतम्नमः शिवाभ्यां नवयौवनाभ्यांपरस्पराश्लिष्टवपुर्धराभ्याम् ।नागेन्द्रकन्यावृषकेतनाभ्यांनमोनमः शंकरपार्वतीभ्याम् ॥१॥नमः शिवाभ्यां सरसोत्सवाभ्यांनमस्कृताभीष्टवरप्रदाभ्याम् ।नारायणेनार्चितपादुकाभ्यांनमोनमः शंकरपार्वतीभ्याम् ॥२॥नमः शिवाभ्यां वृषवाहनाभ्यांविरिञ्चिविष्ण्विन्द्रसुपूजिताभ्याम् ।विभूतिपाटीरविलेपनाभ्यांनमोनमः शंकरपार्वतीभ्याम् ॥३॥नमः शिवाभ्यां जगदीश्वराभ्यांजगत्पतिभ्यां...
शिवमहिम्नःस्तोत्रम्
शिवमहिम्नःस्तोत्रम् Shiv Mmahimna Stotram With Lyricsमहिम्नः पारं ते परमविदुषो यद्यसदृशीस्तुतिर्ब्रह्मादीनामपि तदवसन्नास्त्वयि गिरः ।अथावाच्यः सर्वः स्वमतिपरिणामावधि गृणन्ममाप्येष स्तोत्रे हर निरपवादः परिकरः ॥१॥अतीतः पन्थानं तव च...
उपमन्युकृतशिवस्तोत्रम्
उपमन्युकृतशिवस्तोत्रम् Upamanyu Krit Shiva Stotram Lyricsजय शंकर पार्वतीपते मृडशम्भो शशिखण्डमण्डन! ।मदनान्तक भक्तवत्सल! प्रियकैलास दयासुधांबुधे! ॥१॥सदुपायकथास्वपण्डितो हृदये दुःखशरेण खण्डितः ।शशिखण्डशिखण्डमण्डनं शरणं यामि शरण्यमीश्वरम् ॥२॥महतः परितःप्रसर्पतः...
किरातमूर्तिस्तोत्रम्
किरातमूर्तिस्तोत्रम् Kiratmurti Stotramनमः शिवाय भर्गाय लीलाशबररूपिणे ।प्रपन्नार्तपरित्राणकरुणामसृणात्मने ॥१॥पिञ्छोत्तंसं समानीलश्मश्रुविद्योतिताननम् ।उदग्रारक्तनयनं गौरकौशेयवाससम् ॥२॥कैलासशिखरोत्तुङ्गं छुरिकाचापधारिणम् ।किरातमूर्तिं ध्यायामि परमं कुलदैवतम् ॥३॥दुर्जनैर्बहुधाऽऽक्रान्तं भयसंभ्रान्तमानसम् ।त्वदेकशरणं दीनं परिपालय नाथ, माम्...
द्वादशज्योतिर्लिङ्गस्तोत्रम्
द्वादशज्योतिर्लिङ्गस्तोत्रम् Dwadashjyotirling Stotramसौराष्ट्रदेशे विशदेऽतिरम्येज्योतिर्मयं चन्द्रकलावतंसम् ।भक्तिप्रदानाय कृपावतीर्णंत॑ सोमनाथं शरण प्रपद्यो॥ १ ॥अर्थ: जो अपनी भक्ति प्रदान करनेके लिए अत्यन्त रमणीय तथा निर्मर सौराष्ट्र प्रदेश...


