28.6 C
Gujarat
बुधवार, जनवरी 22, 2025

दृष्टी दया की – प्रार्थना

Post Date:

दृष्टी दया की -प्रार्थना Drashti Daya Ki

भगवन् दया की दृष्टी टुक एक बार करदो । 
भवसिन्धु से हमारी नैया को पार करदो ॥ ९ ॥

नित धर्म में लगे मन अधर्म से दूर भागें ।
सत्संग सुख को मांगें मति निर्विकार करदो २॥


अज्ञानमय अन्धेरा होवे हृदय से बाहर ।
विज्ञान रवि उदय हो निर्मल विचार करदो ॥ ३ ॥

परस्वार्थ स्वार्थ मानू निज स्वार्थ व्यर्थ मानूं ॥
अभियान मोह ममता कलुषों को क्षार करदों || ४ ||


यह मन्नीलाल पंडित कहें कानपुर निवासी।
दे भक्ति पद की पावन कौशल कुमार करदो ॥ ५॥

भगवन दया की दृष्टि टुक एक बार करदो ।

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

Suryashtakam सूर्याष्टकम

श्री सूर्याष्टकम(Suryashtakam) एक प्राचीन स्तोत्र है, जो भगवान सूर्य...

Mahalakshmi Ashtakam महालक्ष्म्यष्टक

महालक्ष्म्यष्टक स्तोत्र(Mahalakshmi Ashtakam) एक प्रसिद्ध और प्रभावशाली स्तोत्र है,...

Jagannatha Ashtakam जगन्नाथाष्टकम्

जगन्नाथाष्टकम्(Jagannatha Ashtakam) आदि शंकराचार्य द्वारा रचित एक अत्यंत प्रसिद्ध स्तोत्र...

Totakashtakam तोटकाष्टकं

तोटकाष्टकं(Totakashtakam)आदि शंकराचार्य के चार प्रमुख शिष्यों में से एक,...
error: Content is protected !!