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शनिवार, मई 10, 2025

एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती

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Eka Sloki Durga Saptashati In Hindi

एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती दुर्गा सप्तशती का वह संक्षिप्त रूप है जो मात्र एक श्लोक में पूरे सप्तशती के सार को समाहित करता है। इसे पढ़ने और स्मरण करने से देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। यह उन भक्तों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो समय की कमी के कारण पूरी दुर्गा सप्तशती का पाठ नहीं कर पाते।

।। एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती ।।

या ह्यम्बा मधुकैटभप्रमथिनी या माहिषोन्मूलिनी
या धूम्रेक्षणचण्डमुण्डमथिनी या रक्तबीजाशिनी।
शक्तिः शुम्भनिशुम्भदैत्यदलिनी या सिद्धिलक्ष्मीः परा
सा दुर्गा नवकोटिविश्वसहिता मां पातु विश्वेश्वरी।।

एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती महत्व

  1. संक्षिप्त रूप में सप्तशती का फल:
    इस श्लोक का पाठ करने से सप्तशती के पूर्ण पाठ के समान ही पुण्य प्राप्त होता है।
  2. सर्वरक्षाकारी प्रभाव:
    यह श्लोक जीवन में आने वाली हर विपत्ति से रक्षा करने में सहायक माना जाता है।
  3. समय और स्थान की बाधा से मुक्ति:
    यह उन भक्तों के लिए उपयोगी है जो पूरी दुर्गा सप्तशती पढ़ने का समय नहीं निकाल पाते।
  4. आध्यात्मिक शांति और शक्ति:
    इसे नियमित रूप से पाठ करने से मन शांत होता है और व्यक्ति में आत्मबल और विश्वास का संचार होता है।

एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती का उपयोग और विधि

  • इस श्लोक का पाठ किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सुबह के समय, स्नान आदि के बाद, इसका पाठ करना विशेष रूप से फलदायी माना गया है।
  • इसे दुर्गा पूजा, नवरात्रि, और अन्य शुभ अवसरों पर पढ़ा जाता है।
  • पाठ करते समय लाल आसन पर बैठकर देवी दुर्गा के चित्र या मूर्ति के सामने दीपक जलाकर इसे श्रद्धा भाव से पढ़ें।

FAQs for Eka Sloki Durga Saptashati

  1. एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती क्या है?

    एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती दुर्गा सप्तशती के 700 श्लोकों का सार है। इसमें केवल एक श्लोक के माध्यम से सप्तशती के सभी अध्यायों का संक्षेप में वर्णन किया गया है। इसे पढ़ने से संपूर्ण दुर्गा सप्तशती का फल प्राप्त होता है।

  2. एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के क्या लाभ हैं?

    एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से मानसिक शांति मिलती है, संकटों का निवारण होता है और देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। यह विशेष रूप से समय की कमी वाले भक्तों के लिए उपयोगी है जो पूरे दुर्गा सप्तशती का पाठ नहीं कर सकते।

  3. एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती का पाठ कब करना चाहिए?

    इसका पाठ किसी भी शुभ समय पर किया जा सकता है, लेकिन नवरात्रि, अष्टमी, या चतुर्दशी के दिन विशेष लाभकारी होता है। प्रातःकाल स्नान के बाद और स्वच्छ मन से पाठ करना सबसे उत्तम माना जाता है।

  4. क्या एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती का पाठ घर में कर सकते हैं?

    हाँ, एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती का पाठ घर में किया जा सकता है। इसे करने के लिए किसी विशेष अनुष्ठान की आवश्यकता नहीं होती। साफ जगह पर बैठकर शुद्ध भाव से पाठ करना पर्याप्त है।

  5. क्या एक श्लोकी दुर्गा सप्तशती को कंठस्थ करना आवश्यक है?

    नहीं, कंठस्थ करना आवश्यक नहीं है। इसे पुस्तक से पढ़कर भी किया जा सकता है। हालांकि, इसे कंठस्थ करने से आप इसे कहीं भी और कभी भी पढ़ सकते हैं, जो अधिक सुविधाजनक हो सकता है।

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