30.8 C
Gujarat
बुधवार, जुलाई 23, 2025

भज रघुनन्दन – प्रार्थना

Post Date:

भज रघुनन्दन असुर निकन्दन त्रिभुवन बंदन विश्वपतिम् ।
मुनिजन मानस हंस मनोहर सर्वाधार विशुद्ध मतिम् ॥


मय्यादा पुरुषोत्तम सत्तम निंदन कोटि अनंग छविम ।
ज्ञानगम्य अतिरम्य रमेसं भासित दीप्ति अनेक रविम् ॥


ब्रह्मण्यं विज्ञान निधानं सत्य प्रतिज्ञ कृपानिलय |
आगम निगम प्रथा संस्थापन धर्म धुरन्धुर बर अजयम् ॥


शरणागत वत्सल मंगलमय दुरितक्षयं गुण गंभीरम् ।
शांत सरण सर्वज्ञ सुखाकर जने प्रण पालन रणवीरम् ॥


भुक्ति मुक्ति दायक अद्वैतं अनवद्यं अनघं रामम् ।
रट मणिलाल निरंतर हितयुत नीलांबुज इवतन श्यामम् ॥


भज रघुनन्दन असुर निकन्द त्रिभुवनन बन्दन विश्वपतिम् ॥

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

प्रियतम न छिप सकोगे

प्रियतम न छिप सकोगे | Priyatam Na Chhip Sakogeप्रियतम...

राहु कवच

राहु कवच : राहु ग्रह का असर खत्म करें...

Rahu Mantra

Rahu Mantraराहु ग्रह वैदिक ज्योतिष में एक छाया ग्रह...

ऋग्वेद हिंदी में

ऋग्वेद (Rig veda in Hindi PDF) अर्थात "ऋचाओं का...
error: Content is protected !!