25.8 C
Gujarat
रविवार, नवम्बर 23, 2025

जय जयति देवकीनन्दन

Post Date:

जय जयति देवकीनन्दन

जय जयति देवकी नंदन, जय २ जय जय दुष्ट निकंदन तुम जगके कर्ताधर्ता,
पालक पोषक संहर्ता शुभ लसै भाल पै चन्दन, जय जयति देवकीनन्दन ॥ १ ॥


तुम कंस आदि संहारे, और असुर वकासुर मारे ।
प्रभु काटौ भव भय फन्दन, जय जयति देवकीनन्दन ॥ २ ॥


मुरलीवर नाम तुम्हारी, गिरधर गिर नखपर धारौं ।
मम करौ दूर दुख दुदन, जय जयति देवकीनन्दन ॥ ३ ॥


नन्नू कृष्ण गोविन्द गायें, हम अभय मोक्ष फल पायें
पुनि २ पद करते बन्दन जय जयति देवकीनंदन ॥ ४ ॥

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम् एक अत्यंत पवित्र...

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम् (Lakshmi Sharanagati Stotram) एक...

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रं

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रंलक्ष्मीभर्तुर्भुजाग्रे कृतवसति सितं यस्य रूपं...

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्द्वादशज्योतिर्लिंगस्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जिसमें भगवान...
error: Content is protected !!