sanatanweb.com
अतिचारी बृहस्पति (Retrograde Jupiter) ज्योतिष में गहरा प्रभाव डालता है। इस वेब स्टोरी में जानें कि यह कर्क राशि वालों के लिए 2025 में कैसे भाग्य को चमकाएगा। शुरूआत में बृहस्पति की चाल और इसका महत्व समझें।
कर्क राशि के लोग भावुक, संवेदनशील और परिवार-प्रेमी होते हैं। बृहस्पति, जो ज्ञान और समृद्धि का कारक है, इनके जीवन में स्थिरता और अवसर लाता है। जानें यह संबंध कैसे काम करता है।
अतिचारी बृहस्पति ज्योतिष शास्त्र में उस स्थिति को कहते हैं जब बृहस्पति (गुरु) ग्रह अपनी सामान्य गति से अधिक तेजी से गोचर करता है। यह तब होता है जब बृहस्पति सूर्य के निकट होता है और उसकी गति सूर्य की गति के समान या उससे अधिक हो जाती है। इस स्थिति में बृहस्पति को "अतिचारी" कहा जाता है, जिसका अर्थ है "तेजी से चलने वाला"।
2025 में बृहस्पति मेष और वृषभ राशि में गोचर करेगा, जिसमें से कुछ समय अतिचारी रहेगा। कर्क राशि वालों के लिए यह करियर और वित्त में उन्नति का समय होगा। तारीखें और प्रभाव जानें।
अतिचारी बृहस्पति कर्क राशि वालों के दशम भाव (करियर) को प्रभावित करेगा। नई नौकरी, प्रमोशन और रचनात्मक प्रोजेक्ट्स में सफलता मिलेगी। जानें कैसे तैयार रहें।
बृहस्पति धन और समृद्धि का कारक है। कर्क राशि वालों को निवेश, बोनस या अप्रत्याशित लाभ मिल सकता है। वित्तीय योजनाओं के लिए यह समय आदर्श है।
कर्क राशि वाले प्रेम में भावुक होते हैं। अतिचारी बृहस्पति सातवें भाव को प्रभावित कर रिश्तों में गहराई और समझदारी लाएगा। विवाह या साझेदारी के लिए शुभ समय।
बृहस्पति का प्रभाव मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा। कर्क राशि वालों को तनाव से बचने और योग, ध्यान जैसी प्रथाओं को अपनाने की सलाह।
अतिचारी बृहस्पति कर्क राशि वालों को आध्यात्मिकता की ओर ले जाएगा। भगवान शिव की पूजा, ध्यान और दान-पुण्य से जीवन में सकारात्मकता आएगी।
बृहस्पति के प्रभाव को बढ़ाने के लिए कर्क राशि वाले मोती रत्न धारण करें, सोमवार को शिव पूजा करें और पीले वस्त्र दान करें। ये उपाय भाग्य को चमकाएंगे।
अतिचारी बृहस्पति के दौरान अति आत्मविश्वास और खर्च से बचें। कर्क राशि वालों को भावनात्मक निर्णयों पर नियंत्रण रखना होगा। संतुलन बनाए रखें।