Narasimha Namaskara Stotram In Hindi
नरसिंह नमस्कार स्तोत्रम् भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की स्तुति करने वाला एक प्रभावशाली और शक्तिशाली स्तोत्र है। यह स्तोत्र भक्तों को भय, नकारात्मक ऊर्जा, बाधाओं और शत्रुओं से रक्षा करने के लिए संकलित किया गया है। भगवान नरसिंह, जिन्हें आधे सिंह और आधे मानव के रूप में जाना जाता है, भक्त प्रह्लाद की रक्षा करने और अधर्म का नाश करने के लिए प्रकट हुए थे।
इस स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली सभी प्रकार की परेशानियाँ, मानसिक तनाव, दुष्ट शक्तियाँ और बाधाएँ दूर होती हैं। यह स्तोत्र विशेष रूप से रक्षा, साहस, आत्मविश्वास और विजय प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है।
नरसिंह नमस्कार स्तोत्रम् का पाठ करने के लाभ
- शत्रु बाधा से मुक्ति – इस स्तोत्र का नियमित पाठ करने से शत्रु और विरोधी पराजित होते हैं।
- भय का नाश – भगवान नरसिंह की कृपा से सभी प्रकार के भय दूर हो जाते हैं।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार – इस स्तोत्र का पाठ करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होकर जीवन में सकारात्मकता आती है।
- स्वास्थ्य लाभ – मानसिक तनाव, भय और चिंता से मुक्ति मिलती है, जिससे व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य उत्तम रहता है।
- घर-परिवार की सुरक्षा – यह स्तोत्र घर में शांति, समृद्धि और सुरक्षा प्रदान करता है।
- अकाल मृत्यु से रक्षा – भगवान नरसिंह को संकटमोचन भी कहा जाता है, इसलिए उनके इस स्तोत्र का पाठ करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
नरसिंह नमस्कार स्तोत्रम् का पाठ विधि
- प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- भगवान नरसिंह की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाएं।
- पुष्प और चंदन अर्पित करें।
- मन को शुद्ध करके एकाग्र भाव से इस स्तोत्र का पाठ करें।
- इस स्तोत्र का पाठ करते समय भगवान नरसिंह के दिव्य स्वरूप का ध्यान करें।
- पाठ समाप्त होने के बाद भगवान की आरती करें और प्रसाद चढ़ाएं।
नरसिम्हा नमस्कार स्तोत्रम् Narasimha Namaskara Stotram
वज्रकाय सुरश्रेष्ठ चक्राभयकर प्रभो|
वरेण्य श्रीप्रद श्रीमन् नरसिंह नमोऽस्तु ते|
कलात्मन् कमलाकान्त कोटिसूर्यसमच्छवे|
रक्तजिह्व विशालाक्ष तीक्ष्णदंष्ट्र नमोऽस्तु ते|
दीप्तरूप महाज्वाल प्रह्लादवरदायक|
ऊर्ध्वकेश द्विजप्रेष्ठ शत्रुञ्जय नमोऽस्तु ते|
विकट व्याप्तभूलोक निजभक्तसुरक्षक|
मन्त्रमूर्ते सदाचारिविप्रपूज्य नमोऽस्तु ते|
अधोक्षज सुराराध्य सत्यध्वज सुरेश्वर|
देवदेव महाविष्णो जरान्तक नमोऽस्तु ते|
भक्तिसन्तुष्ट शूरात्मन् भूतपाल भयङ्कर|
निरहङ्कार निर्माय तेजोमय नमोऽस्तु ते|
सर्वमङ्गल सर्वेश सर्वारिष्टविनाशन|
वैकुण्ठवास गम्भीर योगीश्वर नमोऽस्तु ते|
Narasimha Namaskara Stotram In English
vajrakaaya surashresht’ha chakraabhayakara prabho.
varenya shreeprada shreeman narasimha namo’stu te.
kalaatman kamalaakaanta kot’isooryasamachchhave.
raktajihva vishaalaaksha teekshnadamsht’ra namo’stu te.
deeptaroopa mahaajvaala prahlaadavaradaayaka.
oordhvakesha dvijapresht’ha shatrunjaya namo’stu te.
vikat’a vyaaptabhooloka nijabhaktasurakshaka.
mantramoorte sadaachaariviprapoojya namo’stu te.
adhokshaja suraaraadhya satyadhvaja sureshvara.
devadeva mahaavishno jaraantaka namo’stu te.
bhaktisantusht’a shooraatman bhootapaala bhayankara.
nirahankaara nirmaaya tejomaya namo’stu te.
sarvamangala sarvesha sarvaarisht’avinaashana.
vaikunt’havaasa gambheera yogeeshvara namo’stu te.