22.4 C
Gujarat
बुधवार, फ़रवरी 5, 2025

श्री जाहरवीर गोगाजी की आरती

Post Date:

श्री जाहरवीर गोगाजी की आरती Jaharveer Baba Ki Aarti

जय जय जाहरवीर हरे जय जय गूगा वीर हरे धरती पर आ करके भक्तों के दुख दूर करे ॥ जय-जय ॥

जो कोई भक्ति करे प्रेम से हाँ जी करे प्रेम से भागे दुख परे विधन हरे, मंगल के दाता तन का कष्ट हरे।

जेवर राव के पुत्र कहाये रानी बाछल माता बागड़ जन्म लिया वीर ने जय-जयकार करे ॥ जय-जय ।।

धर्म की बेल बढ़ाई निश दिन तपस्या रोज करे दुष्ट जनों को दण्ड दिया जग में रहे आप खरे ॥ जय-जय ।।

सत्य अहिंसा का व्रत धारा झूठ से आप डरे वचन भंग को बुरा समझकर घर से आप निकरे ॥ जय-जय ॥

माड़ी में तुम करी तपस्या अचरज सभी करे चारों दिशा में भक्त आ रहे आशा लिए उतरे ।। जय-जय ॥

भवन पधारो अटल क्षत्र कह भक्तों की सेवा करे प्रेम से सेवा करे जो कोई धन के भण्डार भरे ॥ जय-जय ।।

तन मन धन अर्पण करके भक्ति प्राप्त करे भादों कृष्ण नौमी के दिन पूजन भक्ति करे ॥ जय-जय ॥

 

 

 

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

कूर्म पुराण

Kurma Puran in Hindiकूर्म पुराण हिंदू धर्म के अठारह...

श्री गणेश (गणपति) सूक्तम् (ऋग्वेद)

Sri Ganesha Suktam In Hindiगणपति सूक्तम्(Sri Ganesha Suktam) ऋग्वेद...

श्रद्धा सूक्तम्

Shraddha Suktam In Hindiश्रद्धा सूक्तम्(Shraddha Suktam) एक प्राचीन वैदिक स्तोत्र...

आयुष्य सूक्तम्

Ayushya Suktam In Hindiआयुष्य सूक्तम्(Ayushya Suktam) एक प्राचीन वैदिक स्तोत्र...