28.8 C
Gujarat
मंगलवार, दिसम्बर 2, 2025

जगत मैं कीजै यौं व्यवहार – Jagatmain Kijai Youn Vyavahar

Post Date:

जगतमैं कीजै यौं व्यवहार लीरिक्स

Jagatmain Kijai Youn Vyavahar Lyrics

जगतमैं कीजै यौं व्यवहार ।

अखिल जगत हरिमय बिचारि मन, कीजै सबसौं प्यार ||

मात-पिता-गुरुजन-पद बंदिय श्रद्धासहित उदार ।

फल बिहाय, तिनकी आग्या सौं कीजै सब आचार ।।

देस-जाति, कुल-कुटुंब नारि-सुत, सुहृद, देह, परिवार।

जथाजोग सचकी सेवा नित कीजै स्वार्थ बिसार ।।

बरनाश्रम-अनुकूल करम सब कीजै विधि अनुसार ।

फल-कामना-बिहीन, किंतु केवल करतब्य बिचार ।।

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम् एक अत्यंत पवित्र...

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम् (Lakshmi Sharanagati Stotram) एक...

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रं

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रंलक्ष्मीभर्तुर्भुजाग्रे कृतवसति सितं यस्य रूपं...

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्द्वादशज्योतिर्लिंगस्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जिसमें भगवान...
error: Content is protected !!