28 C
Gujarat
बुधवार, दिसम्बर 24, 2025

दृग तुम चपलता तजि देहु – Drg Tum Chapalata Taji Dehu

Post Date:

दृग तुम चपलता तजि देहु – राग हंसधुन – ताल रूपक

दृग तुम चपलता तजि देहु ।

गुंजरहु चरनारबिन्दनि, होय मधुप सनेहु ॥

दसहुँ दिसि जित तित फिरहु, किन सकल जगरस लेहु ।

पै न मिलिहै अमित सुख कहुँ, जो मिले या गेहु ||

गहों प्रीति प्रतीत दृढ़ ज्यों, रटत चातक मेहु ।

बनो चारु चकोर पियमुख, चंद्र छबि रस एहू ।।

 

Drg Tum Chapalata Taji Dehu – Raag Hansadhun – Taal Roopak

Drg Tum Chapalata Taji Dehu .

Gunjarahu Charanaarabindani, Hoy Madhup Sanehu .

Dasahun Disi Jit Tit Phirahu, Kin Sakal Jagaras Lehu .

Pai Na Milihai Amit Sukh Kahun, Jo Mile Ya Gehu ||

Gahon Preeti Prateet Drdh Jyon, Ratat Chaatak Mehu .

Bano Chaaru Chakor Piyamukh, Chandr Chhabi Ras Ehoo ..

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

गोकुल अष्टकं

गोकुल अष्टकं - Shri Gokul Ashtakamश्रीमद्गोकुलसर्वस्वं श्रीमद्गोकुलमंडनम् ।श्रीमद्गोकुलदृक्तारा श्रीमद्गोकुलजीवनम्...

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम् एक अत्यंत पवित्र...

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम् (Lakshmi Sharanagati Stotram) एक...

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रं

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रंलक्ष्मीभर्तुर्भुजाग्रे कृतवसति सितं यस्य रूपं...
error: Content is protected !!