17.6 C
Gujarat
रविवार, दिसम्बर 14, 2025

दृष्टी दया की – प्रार्थना

Post Date:

दृष्टी दया की -प्रार्थना Drashti Daya Ki

भगवन् दया की दृष्टी टुक एक बार करदो । 
भवसिन्धु से हमारी नैया को पार करदो ॥ ९ ॥

नित धर्म में लगे मन अधर्म से दूर भागें ।
सत्संग सुख को मांगें मति निर्विकार करदो २॥


अज्ञानमय अन्धेरा होवे हृदय से बाहर ।
विज्ञान रवि उदय हो निर्मल विचार करदो ॥ ३ ॥

परस्वार्थ स्वार्थ मानू निज स्वार्थ व्यर्थ मानूं ॥
अभियान मोह ममता कलुषों को क्षार करदों || ४ ||


यह मन्नीलाल पंडित कहें कानपुर निवासी।
दे भक्ति पद की पावन कौशल कुमार करदो ॥ ५॥

भगवन दया की दृष्टि टुक एक बार करदो ।

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्

अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम्अष्टादश शक्तिपीठ स्तोत्रम् एक अत्यंत पवित्र...

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्

लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम्लक्ष्मी शरणागति स्तोत्रम् (Lakshmi Sharanagati Stotram) एक...

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रं

विष्णु पादादि केशांत वर्णन स्तोत्रंलक्ष्मीभर्तुर्भुजाग्रे कृतवसति सितं यस्य रूपं...

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्

द्वादश ज्योतिर्लिंङ्ग स्तोत्रम्द्वादशज्योतिर्लिंगस्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जिसमें भगवान...
error: Content is protected !!