31 C
Gujarat
गुरूवार, अप्रैल 24, 2025

श्री चिन्तपूर्णी देवी जी की आरती

Post Date:

Chintapurni Devi Aarti

चिन्तपूर्णी चिन्ता दूर करनी,
जन को तारो भोली माँ॥

काली दा पुत्र पवन दा घोडा,
सिंह पर भई असवार, भोली माँ॥१॥

एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा,
तीजे त्रिशूलसम्भालो, भोली माँ॥२॥

चौथे हथ चक्कर गदा पांचवे,
छठे मुण्डों दी माल भोली माँ॥३॥

सातवें से रुण्ड-मुण्ड बिदारे,
आठवें से असुर संहारे, भोली माँ॥४॥

चम्पे का बाग लगा अति सुन्दर,
बैठी दीवान लगाय, भोली माँ॥५॥

हरि हर ब्रह्मा तेरे भवन विराजे,
लाल चंदोया बैठी तान, भोली माँ॥६॥

औखी घाटी विकटा पैंडा,
तले बहे दरिया, भोली माँ॥७॥

सुमर चरन ध्यानू जस गावे,
भक्तां दी पज निभाओ, भोली माँ॥८॥

माता चिंतपूर्णी मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा को जानने की लिए यहाँ जाए.

Maa chintapurni devi

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

350+ प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स | 350+ Motivational Quotes in Hindi

350+ प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स | 350+ Motivational Quotes in...

मारुती स्तोत्र

Maruti Stotraमारुति स्तोत्र भगवान हनुमान को समर्पित एक लोकप्रिय...

सूर्य आरती

Surya Dev Aarti सूर्य आरती हिंदू धर्म में सूर्य देव...

विघ्ननिवारकं सिद्धिविनायक स्तोत्रम्

Vighna Nivarakam Siddhivinayaka Stotramविघ्ननिवारकं सिद्धिविनायक स्तोत्रम् भगवान गणेश को...