चहौं बस एक यही श्रीराम लीरिक्स
Chahaun Bas Ek Yahee Shreeraam Lyrics
चहौं बस एक यही श्रीराम ।
अबिरल अमल अचल अनपाइनि प्रेम-भगति निष्काम ॥
चहौं न सुत-परिवार, बंधु-धन, धरनी, जुवति ललाम ।
सुख-वैभव उपभोग जगतके, चहौं न सुचि सुरधाम ।।
हरि-गुन सुनत सुनावत कत्रहूँ, मन न होइ उपराम ।
जीवन-सहचर साधु-संग सुभ, हो संतत अभिराम ।।
नीरदनील नवीन बदन अति सोभामय सुखधाम ।
निरखत रहौं बिस्वमय निसिदिन, छिन न लहौं बिस्राम ।।



