22.7 C
Gujarat
बुधवार, नवम्बर 5, 2025

बना दो बुद्धिहीन भगवान – Bana Do Buddhiheen Bhagavaan Lyrics 

Post Date:

बना दो बुद्धिहीन भगवान लीरिक्स

Bana Do Buddhiheen Bhagavaan Lyrics

बना दो बुद्धिहीन भगवान ।

तर्क-शक्ति सारी ही हर लो, हरो ज्ञान-विज्ञान ।

हरो सभ्यता, शिक्षा, संस्कृति, नये जगतकी शान ||

विद्या-धन-मद हरो, हरो हे हरे ! सभी अभिमान ।

नीति भीतिसे पिंड छुड़ाकर करो सरलता-दान ।।

नहीं चाहिये भोग-योग कुछ, नहीं मान-सम्मान ।

ग्राम्य, गँवार बना दो, तृणसम दीन, निपट निर्मान ।।

भर दो हृदय भक्ति-श्रद्धासे करो प्रेमका दान ।

प्रेर्मासन्धु ! निज मध्य डुबाकर मेटो नामनिशान ||

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

धन्वन्तरिस्तोत्रम् | Dhanvantari Stotram

धन्वन्तरिस्तोत्रम् | Dhanvantari Stotramॐ नमो भगवते धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय,सर्वामयविनाशनाय, त्रैलोक्यनाथाय...

दृग तुम चपलता तजि देहु – Drg Tum Chapalata Taji Dehu

दृग तुम चपलता तजि देहु - राग हंसधुन -...

हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे – He Hari Brajabaasin Muhin Keeje

 हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे - राग सारंग -...

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर – Naath Muhan Keejai Brajakee Mor

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर - राग पूरिया कल्याण...
error: Content is protected !!