24.2 C
Gujarat
मंगलवार, अक्टूबर 14, 2025

अन्नपूर्णा देवी की आरती

Post Date:

अन्नपूर्णा देवी की आरती  Annapurna Devi Ki Aarti (Annapurna Devi Aarti)

बारम्बार प्रणाम मैया बारम्बार प्रणाम।

जो नहीं ध्यावै तुम्हें अम्बिके कहां उसे विश्राम।
अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारे लेते होत सब काम ॥

प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक नाम ।
सुर सुरों की रचना करती, कहाँ कृष्ण कहाँ राम ॥

चूमहि चरण चतुर चतुरानन चारु चक्रधरश्याम ।
चन्द्र चूड़ चन्द्रानन चाकर शोभा लखहि ललाम ॥

देवी देव दयनीय दशा में दया दया तव नाम।
त्राहि-त्राहि शरणागत वत्सल शरण रूप तव धाम ॥

श्रीं, ह्रीं, श्रद्धा, श्रीं ऐं विद्या श्रीं क्लीं कमल काम।
कान्तिभ्रांतिमयी कांति शांतिमयी वर देतु निष्काम ॥

 

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

दृग तुम चपलता तजि देहु – Drg Tum Chapalata Taji Dehu

दृग तुम चपलता तजि देहु - राग हंसधुन -...

हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे – He Hari Brajabaasin Muhin Keeje

 हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे - राग सारंग -...

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर – Naath Muhan Keejai Brajakee Mor

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर - राग पूरिया कल्याण...

साँवलियाकी चेरी कहाँ री | Sanvaliyake Cheri Kahan Re

साँवलियाकी चेरी कहाँ री  - राग दुर्गा - ताल...
error: Content is protected !!