32.7 C
Gujarat
बुधवार, अगस्त 13, 2025

सङ्कटनाश विष्णु स्तोत्रम्

Post Date:

सङ्कटनाश विष्णु स्तोत्रम् (पद्मपुराणांतर्गतम्) Sankasht Nashan Vishnu Stotram Lyrics

नमो मत्स्यकूर्मादिनानास्वरूपैः
सदा भक्तकार्योद्यतायार्तिहन्त्रे ।
विधात्रादिसर्गस्थितिध्वंसकर्त्रे
गदाशंखपद्मारिहस्ताय तेऽस्तु ॥१॥

रमावल्लभायाऽसुराणां निहर्त्रे
भुजङ्गारियानाय पीताम्बराय ।
मखादिक्रियापाककर्त्रेऽघहर्त्रे
शरण्याय तस्मै नताः स्मॊ नताः स्मः ॥२॥

नमो दैत्यसन्तापितामर्त्यदुःखा-
चलध्वंसदंभोलयेविष्णवे ते ।
भुजङ्गेशतल्पेशयायार्कचन्द्र-
द्विनेत्राय तस्मै नताः स्मॊ नताः स्मः ॥३॥


सङ्कटनाशनं नाम स्तॊत्रमेतत् पठेन्नरः ।
स कदाचिन्न सङ्कष्टैः पीड्यते कृपया हरेः ॥४॥

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

सर्व शिरोमणि विश्व सभा के आत्मोपम विश्वंभर के – Sarv Shiromani Vishv Sabhaake

सर्व शिरोमणि विश्व सभा के आत्मोपम विश्वंभर केसर्व-शिरोमणि विश्व-सभाके,...

सौंप दिये मन प्राण उसी को मुखसे गाते उसका नाम – Saump Diye Man Praan Useeko

सौंप दिये मन प्राण उसी को मुखसे गाते उसका...

भीषण तम परिपूर्ण निशीथिनि – Bheeshan Tamapariporn Nishethini

भीषण तम परिपूर्ण निशीथिनिभीषण तमपरिपूर्ण निशीथिनि, निविड निरर्गल झंझावात...

अनोखा अभिनय यह संसार

Anokha Abhinay Yah Sansarअनोखा अभिनय यह संसार ! रंगमंचपर...
error: Content is protected !!