30.5 C
Gujarat
बुधवार, नवम्बर 5, 2025

शीतला माता की आरती

Post Date:

शीतला माता की आरती Shitla Mata Ki Aarti

 

जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता, आदि ज्योति महारानी सब फल की दाता ॥ जय”

रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भाता, ऋद्धि सिद्धि मिल चैवर डोलावें, जगमग छवि छाता ॥ जय”

विष्णु सेवत ठाढ़े, सेवें शिव धाता, वेद पुराण वरणत, पार नहीं पाता ॥ जय”

इन्द्र मृदंग बजावत चन्द्र वीणा हाथा, सूरज ताल बजावै नारद मुनि गाता ॥ जय”

घंटा शंख शहनाई बाजै मन भाता, करै भक्त जन आरती लखि लखि हर्षाता ॥ जय”

ब्रह्म रूप वरदानी तुही तीन काल ज्ञाता, भक्तन को सुख देती मातु पिता भ्राता ॥ जय”

जो जन ध्यान लगावे प्रेम शक्ति पाता, सकल मनोरथ पावे भवनिधि तर जाता ॥ जय”

रोगों से जो पीड़ित कोई शरण तेरी आता, कोढ़ी पावे निर्मल काया अन्ध नेत्र पाता ॥ जय”

बांझ पुत्र को पावे दारिद्र कट जाता,ताको भजै जो नाहीं सिर धुनि पछताता ॥ जय”

शीतल करती जन की तू ही है जग त्राता, उत्पत्ति बाला बिनाशन तू सब की माता ॥ जय”

दास नारायण कर जोरी माता, भक्ति आपनी दीजें और न कुछ माता ॥ जय”

 





Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

धन्वन्तरिस्तोत्रम् | Dhanvantari Stotram

धन्वन्तरिस्तोत्रम् | Dhanvantari Stotramॐ नमो भगवते धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय,सर्वामयविनाशनाय, त्रैलोक्यनाथाय...

दृग तुम चपलता तजि देहु – Drg Tum Chapalata Taji Dehu

दृग तुम चपलता तजि देहु - राग हंसधुन -...

हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे – He Hari Brajabaasin Muhin Keeje

 हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे - राग सारंग -...

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर – Naath Muhan Keejai Brajakee Mor

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर - राग पूरिया कल्याण...
error: Content is protected !!