36.1 C
Gujarat
शुक्रवार, अक्टूबर 18, 2024

ब्रह्मा जी आरती Brahma Ji Ki Aarti

Post Date:

ब्रह्मा जी की आरती Brahma Ji Ki Aarti

आरती श्री ब्रह्मा जी की

पितु मातु सहायक स्वामी सखा, तुम ही एक नाथ हमारे हो।

जिनके कुछ और आधार नहीं, तिनके तुम ही रखवारे हो।

सब भाँति सदा सुखदायक हो, दुःख निर्गुण नाशन हारे हो।

प्रतिपाल करो सिगरे जग को, अतिशय करुणा उर धारे हो ।

भुलि हैं हम तो तुमको, तुम तो हमरी सुधि नाहिं बिसारे हो।

उपकारन को कछु अन्त नहीं, छिन ही छिन जो विस्तारे हो।

महाराज महा महिमा तुम्हरी, शुभ शान्ति निकेतन प्रेमनिधि, इस जीवन के तुम जीवन हो।

तुम सों प्रभु पाय ‘प्रताप’ हरि, मुझसे बिरले बुधवारे हो।

मन मन्दिर के उजियारे हो। इन प्राणन के तुम प्यारे हो। केहि के अब और सहारे हो।

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

आदित्य हृदय स्तोत्र Aditya Hridaya Stotra

आदित्य हृदय स्तोत्र Aditya Hridaya Stotraआदित्य हृदय स्तोत्र संस्कृत...

गणाध्यक्ष स्तोत्रं Ganaadhyaksha Stotram

ईक्ष्वाकुकृत गणाध्यक्ष स्तोत्रं - भरद्वाज उवाच  Ikshvakukrita Ganaadhyaksha Stotram कथं...

शंकरादिकृतं गजाननस्तोत्रम् Shankaraadi Kritam Gajanan Stotram

शंकरादिकृतं गजाननस्तोत्रम् - देवा ऊचुः  Shankaraadi Kritam Gajanan Stotram गजाननाय...

गजानन स्तोत्र देवर्षय ऊचुः Gajanan Stotra

गजानन स्तोत्र - देवर्षय ऊचुः Gajanan Stotraगजानन स्तोत्र: देवर्षय...
error: Content is protected !!