26.8 C
Gujarat
बुधवार, सितम्बर 24, 2025

नाचत गौर प्रेम अधीर | Nachat Gaur Prem Adher

Post Date:

नाचत गौर प्रेम अधीर

Nachat Gaur Prem Adher

नाचत गौर प्रेम-अधीर ।

भूलि सुधि इरि-नाम टेरत, बहत नैननि नीर ।।

पान करि सुचि प्रेम-अमृत, मत्त पुर्लाकत अंग ।

भगत-गन नाचत सकल मिलि बजत ताल मृदंग ।।

परम पावन नामकी धुनि, गूँजती आकास ।

बिपुल अघ संसारके पल माहिं होत बिनास ।।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

હો દેવી અન્નપૂર્ણા | Ho Devi Annapurna

હો દેવી અન્નપૂર્ણા | Ho Devi Annapurnaમાં શંખલ તે...

ऋग्वेद हिंदी में

ऋग्वेद हिंदी में | Rigveda in Hindiऋग्वेद (Rigveda in...

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र – श्री विष्णु (Gajendra Moksham Stotram)

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र - Gajendra Moksham Stotramश्रीमद्धागवतान्तर्गत गजेन्द्रकृत भगवानका...

श्री शनि चालीसा

Shani Chalisaशनि चालीसा हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय प्रार्थना...
error: Content is protected !!