27.2 C
Gujarat
बुधवार, नवम्बर 5, 2025

और सब भूल भलेही श्रीहरिनाम न भूल – Aur Sab Bhool Bhalehi Sriharinam Na Bhool

Post Date:

और सब भूल भलेही श्रीहरिनाम न भूल

Aur Sab Bhool Bhalehi Sriharinam Na Bhool

और सब भूल भलेही, श्रीहरिनाम न भूल ।।

श्रीहरिनाम सुधामय सबके हित, सबके अनुकूल ।

श्रीहरिनाम-भजनतें पहुँचत भवसागर पर-कूल ||

रोग, सोग, संताप, पाप सब, जैसे सूखी तूल ।

भगवन्नाम प्रबल पावकतें जरै सकल जड़मूल ।।

जिन्ह हरिनाम भजन नहिं कीन्हों, जीवन तिनको धूल ।

भक्ति-रसाल मिलै नहि कबहूँ, बोये बिषय-बबूल ||

श्रीहरिनाम भयो जिनके मन जग-जीवनको मूल ।

तिन्हको धन्य जगतमहँ जीवन पातक-पथ-प्रतिकूल ।।

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

धन्वन्तरिस्तोत्रम् | Dhanvantari Stotram

धन्वन्तरिस्तोत्रम् | Dhanvantari Stotramॐ नमो भगवते धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय,सर्वामयविनाशनाय, त्रैलोक्यनाथाय...

दृग तुम चपलता तजि देहु – Drg Tum Chapalata Taji Dehu

दृग तुम चपलता तजि देहु - राग हंसधुन -...

हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे – He Hari Brajabaasin Muhin Keeje

 हे हरि ब्रजबासिन मुहिं कीजे - राग सारंग -...

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर – Naath Muhan Keejai Brajakee Mor

नाथ मुहं कीजै ब्रजकी मोर - राग पूरिया कल्याण...
error: Content is protected !!