26.8 C
Gujarat
बुधवार, सितम्बर 24, 2025

जय जगदीश हरे प्रभु जय जगदीश हरे | Jai Jagdish Hare Prabhu Jai Jagdish Hare

Post Date:

जय जगदीश हरे प्रभु जय जगदीश हरे – Jai Jagdish Hare Prabhu Jai Jagdish Hare Lyrics

जय जगदीश हरे, प्रभु ! जय जगदीश हरे ! मायातीत, महेश्वर, मन-वच-बुद्धि परे ॥ टेक ॥

आदि, अनादि, अगोचर, अविचल, अबिनाशी।

अतुल, अनंत, अनामय, अमित शक्ति-राशी ॥१॥ जय०

अमल, अकल, अज, अक्षय, अव्यय, अविकारी ।

सत-चित-सुखमय, सुंदर, शिव, सत्ताधारी ॥२॥ जय०

विधि, हरि, शंकर, गणपति, सूर्य, शक्तिरूपा ।

विश्व-चराचर तुमहीं, तुमहीं जग-भूपा ॥३॥ जय०

माता-पिता-पितामह-स्वामि-सुहृद-भर्ता ।

विश्वोत्पादक-पालक-रक्षक-संहर्ता ॥४॥ जय०

साक्षी, शरण, सखा, प्रिय, प्रियतम, पूर्ण, प्रभो ।

केवल, काल, कलानिधि, कालातीत, विभो ॥५॥ जय०

राम-कृष्ण, करुणामय, प्रेमामृत-सागर ।

मनमोहन, मुरलीधर, नित-नव, नटनागर ॥६॥ जय०

सब विधि हीन, मलिनमति, इम अति पातकिजन ।

प्रभु-पद-विमुख अभागी, कलि-कषित तन-मन ॥७॥

जय० आश्रय-दान दयार्णव ! हम सबको दीजे ।

पाप-ताप हर हरि ! सब, निज-जन कर लीजे ||८|| जय०

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

હો દેવી અન્નપૂર્ણા | Ho Devi Annapurna

હો દેવી અન્નપૂર્ણા | Ho Devi Annapurnaમાં શંખલ તે...

ऋग्वेद हिंदी में

ऋग्वेद हिंदी में | Rigveda in Hindiऋग्वेद (Rigveda in...

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र – श्री विष्णु (Gajendra Moksham Stotram)

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र - Gajendra Moksham Stotramश्रीमद्धागवतान्तर्गत गजेन्द्रकृत भगवानका...

श्री शनि चालीसा

Shani Chalisaशनि चालीसा हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय प्रार्थना...
error: Content is protected !!