एक लालसा मनमहँ धारौं
Ek Laalasa Manamahan Dhaaraun Lyrics
एक लालसा मनमहँ धारौं ।
बंसीबट, कालिंदीतट, नटनागर नित्य निहारौं ।।
मुरली-तान मनोहर सुनि-सुनि तन-सुधि सकल बिसारौं ।
पल-पल निरखि झलक अंग अंगनि पुलकित तनमनवारौं ।।
रिझऊँ स्याम मनाइ गाइ गुन गुंज-माल गर डारौं ।
परमानंद भूलि जग सगरौ स्यामहिं स्याम पुकारौं ।॥



