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बुधवार, नवम्बर 5, 2025

बस गये नैनन माँहि बिहारी – Bas Gaye Nainan Maanhi Bihari

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बस गये नैनन माँहि बिहारी – राग हमीर – ताल तिताला

बस गये नैनन माँहि बिहारी ।

देखी जबसे श्यामलि मूरति टरत न छबि दृग टारी ।

मोर मुकुट मकराकृत कुंडल बाम अंग श्रो प्यारी ।।१।।

प्रेम भक्ति दीजै मुहि स्वामी अपनी ओर निहारी।

रूपकुंवरि रानीके साधहु कारज सकल मुरारी ॥२॥

Bas Gaye Nainan Maanhi Bihari – Rag Hamir – Taal Titala

Bas Gaye Nainan Maanhi Bihari ।

Dekhi Jabse Shyamali Murti Tarat N Chhabi Drug Tari ।

Mor Mukut Makrakrit Kundal Bam Ang Shrow Pyari ॥ 1  ॥

Prem Bhakti Dijai Muhi Swami Apni or Nihari ।

Rupakunvari Ranike Sadhahu Karaj Sakal Murari ॥ 2 ॥

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