30.4 C
Gujarat
बुधवार, जुलाई 16, 2025

राम नाम मेरे मन बसियो

Post Date:

राम नाम मेरे मन बसियो – Ram Nam Mere Man Basiyo ( राग खंभावती – ताल तिताला )

राम नाम मेरे मन बसियो, रसियो राम रिझाऊँ ए माय ।
मैं मँद-भागण करम अभागण, कीरत कैसे गाऊँ ए माय ॥१॥

विरह-पिंजरकी बाद सखी री, उठकर जी हुलसाऊँ ए माय ।
मनकू मार सज् सतगुरयूँ, दुरमत दूर गमाऊँ ए माय ॥२॥

डंको नाम सुरतकी डोरी, कड़ियाँ प्रेम चढ़ाऊँ ए माय ।
प्रेमको ढोल बण्यो अति भारी, मगन होय गुण गाऊँ ए माय ॥३॥

तन करूँ ताल मन करूँ ढफली, सोती सुरति जगाऊँ ए माय ।
निरत करूँ मैं प्रीतम आगे, तो प्रीतम पद पाऊँ ए माय ॥४॥

मो अबळापर किरपा कीज्यो, गुण गोविंदका गाऊँ ए माय ।
मीराके प्रभु गिरवर नागर, रज चरणनकी पाऊँ ए माय ॥५॥

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

राहु कवच

राहु कवच : राहु ग्रह का असर खत्म करें...

Rahu Mantra

Rahu Mantraराहु ग्रह वैदिक ज्योतिष में एक छाया ग्रह...

ऋग्वेद हिंदी में

ऋग्वेद (Rig veda in Hindi PDF) अर्थात "ऋचाओं का...

Pradosh Stotram

प्रदोष स्तोत्रम् - Pradosh Stotramप्रदोष स्तोत्रम् एक महत्वपूर्ण और...
error: Content is protected !!