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रविवार, अगस्त 17, 2025

पावन प्रेम रामचरन कमल

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पावन प्रेम रामचरन कमल

पावन प्रेम रामचरन कमल जनम लाडु परम ।

राम-नाम लेत होत, सुलभ सकल धरम |

जोग मख बिबेक चिरति, बेद-विदित करम ।

करिबे कहँ कटु कठोर, सुनत मधुर नरम ॥

तुलसी सुनि, जानि बूझि, भूलहि जनि भरम ।

तेहि प्रभुको तू सरन होहि, जेहि सबकी सरम |

Paavan Prem Ram Charan Kamal Lyrics

Paavan Prem Raamacharan Kamal Janam Laadu Param .

Raam-Naam Let Hot, Sulabh Sakal Dharam |

Jog Makh Bibek Chirati, Bed-Vidit Karam .

Karibe Kahan Katu Kathor, Sunat Madhur Naram .

Tulasee Suni, Jaani Boojhi, Bhoolahi Jani Bharam .

Tehi Prabhuko Too Saran Hohi, Jehi Sabakee Saram .

 

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