26 C
Gujarat
Sunday, September 8, 2024

दृष्टी दया की – प्रार्थना

Post Date:

दृष्टी दया की -प्रार्थना Drashti Daya Ki

भगवन् दया की दृष्टी टुक एक बार करदो । 
भवसिन्धु से हमारी नैया को पार करदो ॥ ९ ॥

नित धर्म में लगे मन अधर्म से दूर भागें ।
सत्संग सुख को मांगें मति निर्विकार करदो २॥


अज्ञानमय अन्धेरा होवे हृदय से बाहर ।
विज्ञान रवि उदय हो निर्मल विचार करदो ॥ ३ ॥

परस्वार्थ स्वार्थ मानू निज स्वार्थ व्यर्थ मानूं ॥
अभियान मोह ममता कलुषों को क्षार करदों || ४ ||


यह मन्नीलाल पंडित कहें कानपुर निवासी।
दे भक्ति पद की पावन कौशल कुमार करदो ॥ ५॥

भगवन दया की दृष्टि टुक एक बार करदो ।

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

धन्वन्तरिस्तोत्रम् Dhanvantari Stotram

ॐ नमो भगवते धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय,सर्वामयविनाशनाय, त्रैलोक्यनाथाय श्रीमहाविष्णवे नमः ॥चन्द्रौघकान्तिममृतोरुकरैर्जगन्ति...

आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वन्तरि

भगवान धन्वन्तरि आयुर्वेद के देवता और चिकित्सा शास्त्र के...

धन्वंतरी आरती

धन्वंतरी आरती हिन्दी में Dhanvantari Aartiॐ जय...

सूर्य देव की आरती जय कश्यप-नन्दन

सूर्य देव की आरती - जय कश्यप-नन्दन Surya Dev...