22.3 C
Gujarat
रविवार, फ़रवरी 23, 2025

जय जयति देवकीनन्दन

Post Date:

जय जयति देवकीनन्दन

जय जयति देवकी नंदन, जय २ जय जय दुष्ट निकंदन तुम जगके कर्ताधर्ता,
पालक पोषक संहर्ता शुभ लसै भाल पै चन्दन, जय जयति देवकीनन्दन ॥ १ ॥


तुम कंस आदि संहारे, और असुर वकासुर मारे ।
प्रभु काटौ भव भय फन्दन, जय जयति देवकीनन्दन ॥ २ ॥


मुरलीवर नाम तुम्हारी, गिरधर गिर नखपर धारौं ।
मम करौ दूर दुख दुदन, जय जयति देवकीनन्दन ॥ ३ ॥


नन्नू कृष्ण गोविन्द गायें, हम अभय मोक्ष फल पायें
पुनि २ पद करते बन्दन जय जयति देवकीनंदन ॥ ४ ॥

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

Lakshmi Shataka Stotram

Lakshmi Shataka Stotramआनन्दं दिशतु श्रीहस्तिगिरौ स्वस्तिदा सदा मह्यम् ।या...

आज सोमवार है ये शिव का दरबार है

आज सोमवार है ये शिव का दरबार है -...

वाराही कवचम्

Varahi Kavachamवाराही देवी(Varahi kavacham) दस महाविद्याओं में से एक...

श्री हनुमत्कवचम्

Sri Hanumatkavachamश्री हनुमत्कवचम्(Sri Hanumatkavacham) एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है...